जुबान कड़ी लोगो लोगो की चालाकी देखकर हम चालाकी भूल गये.... तनहा शायर हूँ हौसलों की उड़ान सकरात्मक सोच खुशियाँ युग बदल रहा है मांग नयी सोच की बढ़े नये क्षितिज की ओर प्रकृति एक धरोहर है मानव की सोच प्रकृति और मानव

Hindi सोच लोगो की Poems